12 Bn SSB Kishanganj, दिनांक 26.12.23 को नागरिक कल्याण कार्यक्रम 2023-24 के अंतर्गत 12 वीं वाहिनी किशनगंज की डी समवाय मोहामारी के कार्यक्षेत्र मे पड़ने वाले मोहामारी गाँव मे 35 ग्रामीण युवतियों को 1 माह का सिलाई प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से गुणवत्ता और सृजनात्मकता की ओर बढ़ने वाली इन युवतियों को सिलाई कला में माहिर बनाने का एक नया दृष्टिकोण मिला है। सिलाई, एक महत्वपूर्ण और सांस्कृतिक कला, न केवल एक रोजगार स्रोत हो सकती है बल्कि इससे सामाजिक समृद्धि में भी सहारा मिल सकता है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से यही सभी युवतियां सीख रही हैं और अपने पैरों पर खड़ी होकर आगे बढ़ने के लिए तैयार हो रही हैं।
इस समय, जब तकनीकी प्रगति हमें आगे बढ़ने का मौका दे रही है, साथ ही हमें अपनी रूचियों और पारंपरिक कलाओं को बनाए रखने का भी ध्यान रखना चाहिए। सिलाई इसी एक ऐसी कला है जिसे यह कार्यक्रम प्रोत्साहित कर रहा है। सिलाई कला न केवल कपड़ों को सही तरीके से जोड़ने की कला है, बल्कि इससे नए और स्वदेशी डिज़ाइन की रचना भी हो सकती है। इस प्रकार, यह कार्यक्रम न केवल रोजगार सृष्टि कर रहा है, बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को बचाए रखने में भी मदद कर रहा है।
इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाएं अपने हाथों की कला में माहिर होकर खुद को समर्थ बना रही हैं, जिससे समाज में उनकी भूमिका में वृद्धि हो रही है। यह सिलाई प्रशिक्षण उन्हें आत्मविश्वास देने के साथ-साथ एक वृद्धिशील और समृद्धि योजना की दिशा में प्रेरित कर रहा है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से समर्पित युवतियों को नए रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। उन्हें सिलाई कला में माहिर बनाने के बाद, वे अपने उत्पादों को बाजार में प्रस्तुत कर सकेंगी और इससे वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकेंगी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का सीधा लाभ सिर्फ युवतियों को ही नहीं है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के विकास में भी मदद करेगा। स्थानीय उत्पादों की पहचान और समुदाय के स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थानीय लोगो द्वारा सराहा जा रहा है।