SSB Civic action program
दिनांक 4 जनवरी 2024 को, 36वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, गेजिंग ने नागरिक कल्याण कार्यक्रम (पूर्वी-क्षेत्र) के अंतर्गत रंगीत मझुआ गांव में एक महत्वपूर्ण पहल का शुभारंभ किया। इस अद्वितीय पहल का हिस्सा बनकर, इस वाहिनी ने 20 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिससे स्थानीय ग्रामीणों को नई कौशल सिखाने और विकसित करने का एक सुनहरा अवसर मिला।
इस सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर ग्रामीण समुदाय के लोगों की उत्सुकता देखने वाली थी। इस कार्यक्रम का आयोजन सशस्त्र सीमा बल के नागरिक कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोगों को नई कौशल सिखाने में मदद करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना था।
सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, स्थानीय ग्रामीणों को विभिन्न तकनीकी और सामाजिक पहलुओं में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके माध्यम से महिलाएं सीखीं कैसे विभिन्न प्रकार की सिलाई और कढ़ाई कर सकती हैं, जिससे उन्हें अपने परिवार के लिए उपयोगी कौशल मिला।
इसके अलावा, ग्रामीणों को सोलर लाइट्स का वितरण भी किया गया। यह पहल स्थानीय गाँव में सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए एक और कदम है। सोलर लाइट्स से गाँव के लोग रात्रि में भी अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और इससे उनके जीवन में सुधार हो सकता है।
इस पहल से ग्रामीणों को नई सूचना, नौकरी, और विभिन्न आत्मनिर्भरता के अवसर मिल सकते हैं। सिलाई प्रशिक्षण से उन्हें एक नई आदत सिखने का मौका मिला है और सोलर लाइट्स के माध्यम से उनका जीवन और भी सुखद हो सकता है।
इस आयोजन का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह था कि इसमें सशस्त्र सीमा बल के जवानों का सहयोग शामिल था, जिससे यह साबित हुआ कि सुरक्षा बल ने सिर्फ सीमा सुरक्षा के बारे में ही नहीं, बल्कि स्थानीय समुदायों के विकास में भी अपना योगदान देने का संकल्प किया है।
इस समारोहके माध्यम से सशस्त्र सीमा बल ने ग्रामीणों को नई सीखें देने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया है। यह नागरिक कल्याण कार्यक्रम ने स्थानीय समुदाय के विकास की दिशा में एक नई किरण बुझाई है और सामूहिक उन्नति में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।