
Mahakumbh 2025: NDRF Rescues Seven Devotees Stranded in Yamuna River
महाकुंभ 2025: एनडीआरएफ की तत्परता ने टाली बड़ी अनहोनी, यमुना में फंसे सात श्रद्धालु सुरक्षित निकाले
प्रयागराज, 13 फरवरी 2025 – महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के जवान दिन-रात तैनात हैं। हर दिन लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं, लेकिन इस भारी भीड़ के बीच अनहोनी की आशंका हमेशा बनी रहती है। इसी क्रम में आज एक बड़ी दुर्घटना टल गई, जब प्रयागराज के किला घाट के पास सात श्रद्धालुओं से भरी एक नाव यमुना नदी के बीचों-बीच अनियंत्रित होकर फंस गई।

नाव में सवार श्रद्धालुओं ने खुद को संकट में फंसा हुआ महसूस किया और शोर मचाकर व हाथ हिलाकर मदद की गुहार लगाई। घाट पर तैनात एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत स्थिति को भांपा और बिना देरी किए राहत अभियान शुरू किया। टीम ने तेजी से अपनी नावें नदी में उतारीं और कड़ी मशक्कत के बाद सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला। एनडीआरएफ के इस साहसिक और दक्षतापूर्ण बचाव अभियान की वहां मौजूद सभी लोगों ने सराहना की।

महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में, जहां हर दिन लाखों श्रद्धालु स्नान और पूजन के लिए आते हैं, सुरक्षा सुनिश्चित करना किसी चुनौती से कम नहीं। उप महानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में एनडीआरएफ की टीमें पूरे जलक्षेत्र में चौकसी बरत रही हैं और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
आज हुई इस घटना में एनडीआरएफ की मुस्तैदी और त्वरित प्रतिक्रिया ने सात लोगों की जान बचा ली। यदि बचाव दल समय पर न पहुंचता, तो यह घटना एक बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी। रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल एनडीआरएफ कर्मियों ने अदम्य साहस, धैर्य और तकनीकी दक्षता का परिचय दिया।

बचाव अभियान के बाद, सुरक्षित निकाले गए श्रद्धालुओं ने एनडीआरएफ के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। एक श्रद्धालु, जो नाव में सवार थे, ने कहा,
“हम बहुत डर गए थे। नाव नदी के बीच में ही फंस गई थी और हमें नहीं पता था कि क्या होगा। लेकिन एनडीआरएफ के जवानों ने हमें बहुत जल्दी और सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हम उनका दिल से धन्यवाद करते हैं।”
वहीं, घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालुओं ने भी एनडीआरएफ के जवानों को “रियल हीरो” बताते हुए उनके सेवा भाव को सलाम किया।
‘आपदा, सेवा, सदैव, सर्वत्र’ पर कायम एनडीआरएफ
एनडीआरएफ कर्मियों ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद श्रद्धालुओं को सुरक्षा के प्रति जागरूक भी किया। उन्होंने बताया कि नदी में स्नान और नाव यात्रा के दौरान सुरक्षा निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है।
एनडीआरएफ हमेशा से अपने ध्येय वाक्य ‘आपदा, सेवा, सदैव, सर्वत्र’ पर कायम रही है और भविष्य में भी हर परिस्थिति में तत्पर रहेगी। महाकुंभ जैसे पावन आयोजन में उनकी साहसिक और दक्षता पूर्ण सेवाएं सभी श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा का एक मजबूत आश्वासन हैं।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें अलग-अलग घाटों पर तैनात हैं। वे न केवल जलक्षेत्र में निगरानी रख रही हैं, बल्कि श्रद्धालुओं को सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देश भी दे रही हैं।
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ को देखते हुए एनडीआरएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे स्नान और नाव यात्रा के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद के लिए उपलब्ध जवानों से संपर्क करें।
एनडीआरएफ के इस बहादुरी भरे बचाव अभियान ने यह साबित कर दिया कि चाहे कोई भी परिस्थिति हो, यह बल सदैव सेवा और सुरक्षा के लिए तत्पर रहेगा।
(जवान टाइम्स संवाददाता, प्रयागराज)
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