
विश्व पर्यावरण दिवस 2025: सशस्त्र सीमा बल ने वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को किया और मजबूत
नई दिल्ली (दिनांक 05 जून 2025): विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) मुख्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ SSB के महानिदेशक श्री अमृत मोहन साद तथा अपर महानिदेशक डॉ. अनुपमा नलेकर चंद्रा द्वारा संयुक्त रूप से वृक्षारोपण कर किया गया। इस अवसर पर बल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं जवानों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया और पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता जाहिर की।

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न पर्यावरणीय जागरूकता संबंधी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिनके विजेताओं को महानिदेशक महोदय द्वारा सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. अनुपमा नलेकर चंद्रा, अपर महानिदेशक, श्री गणेश कुमार, महानिरीक्षक (कार्मिक), श्रीमती पारुल कुश जैन, महानिरीक्षक (शासन एवं प्रवधान), तथा श्री वंदन सेनाना, महानिरीक्षक (चालन एवं आसूचना) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। बल की सभी इकाइयां इस कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से जुड़ी रहीं।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में श्री अमृत मोहन साद ने बल के सभी अधिकारियों और जवानों को पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में निरंतर सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि SSB द्वारा पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए कई नीतिगत प्रयास किए जा रहे हैं। बल परिसर को हरित परिसर में बदलने के उद्देश्य से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और इस दिशा में “सर्वोत्तम हरित परिसर प्रतियोगिता” की शुरुआत भी की जाएगी। साथ ही, बल में “शून्य अपशिष्ट नीति” को चरणबद्ध रूप में लागू किया जाएगा।

पर्यावरण के अनुकूल परिवहन प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए चयनित क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद शुरू की जा रही है। ऊर्जा संरक्षण के लिए ठंडे क्षेत्रों में पारंपरिक बुखारियों की जगह ऊर्जा-कुशल हीट पंप लगाए जाएंगे। उच्च पर्वतीय इलाकों में सौर और पवन ऊर्जा के विकास पर भी बल दिया जाएगा। जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन तथा अपशिष्ट जल पुनः प्रयोग (रीसाइकलिंग) पर भी विशेष कार्य योजनाएं बनाई गई हैं।

SSB द्वारा वर्ष 2020 से 2024 के बीच कुल 64,07,295 पौधे लगाए गए हैं, जिनमें से 1,29,920 पौधे “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत रोपे गए हैं। बल के जवान इन पौधों की नियमित देखभाल सुनिश्चित कर रहे हैं जिससे उनकी बढ़वार और संरक्षण सुनिश्चित हो सके।
कार्यक्रम के अंत में महानिदेशक महोदय ने बल की सभी इकाइयों से अपील की कि वे न केवल अपने परिसर में, बल्कि आसपास के गाँवों, विद्यालयों और स्थानीय समुदायों में भी पर्यावरण जागरूकता अभियान, प्रशिक्षण कार्यक्रम, वृक्षारोपण और संवाद के माध्यम से सतत जीवनशैली को बढ़ावा दें।
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