Raising Day of 19 Bn SSB Thakurganj. दिनांक 30.12.2023 को 19 वीं वाहिनी के स्थापना दिवस का 22वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सीमान्त मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल, सिलीगुड़ी एवं ज़िला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, APF नेपाल के अधिकारियों, विभिन्न विभागों से अधिकारीगण, सभी मिडियाकर्मी एवं वाहिनी के बहादुर जवान एवं उनके परिवार जन शामिल रहेगें।
इस कार्यक्रम का 19 वाहिनी एसएसबी के अधिकारिक फ़ेस्बुक पेज से लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। लाइव स्ट्रीमिंग नीचे दिए गए लिंक पर दिनांक 30/12/2023 सुबह 1000 बजे और शाम 0500 बजे पर उपलब्ध रहेगी।
SSB के गृह मंत्रालय के अंतर्गत वर्ष 2001 में आने के पश्चात, भारत-नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा हेतु, 19 वीं वाहिनी की स्थापना ग्रुप सेंटर त्रिपुरा एवं रायगंज को सम्मिलित कर वर्ष 2002 मे बथनाहा (बिहार) में की गयी थी। वाहिनी द्वारा बथनाहा (बिहार) में वर्ष 2010 तक अपने कार्यों का सफलता पूर्वक निष्पादन करने के पश्चात, गंगटोक में एवं वर्ष 2014 में ठाकुरगंज में स्थानान्तरित हुयी। वाहिनी की ठाकुरगंज (बिहार) में, भारत-नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा हेतु तैनाती के पश्चात, बहुत ही कम समय में वाहिनी ने बल के ध्येय वाक्य सेवा, सुरक्षा और बंधुत्व का अनुसरण करते हुए, दो ऐतिहासिक मित्र राष्ट्रों (भारत-नेपाल) के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने के साथ-साथ घुसपैठ, सीमा पर तस्करी और राष्ट्र विरोधी गतिविधिओं का प्रभावी ढंग से मुकाबला करते हुए, सीमा पर भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के दायित्व को भी बखूबी निभा रही है।
इसके अतिरिक्त 19 वीं वाहिनी द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का समय-समय पर आयोजन कर जन-जागरूकता और विकास कार्यों के द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के मन में सुरक्षा की भावना उत्पन्न की एवं इस हेतु प्रयासरत है। इसके अतिरिक्त वाहिनी द्वारा भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों, जैसे स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल इंडिया प्रोग्राम, सर्व शिक्षा अभियान, प्रधानमंत्री जन धन योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, का भी आयोजन किया जा रहा है, साथ ही वाहिनी के द्वारा समय-समय पर सीमावर्ती क्षेत्रों में विभिन्न कल्याणकारी योजनाए चलायी जाती है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्र के कई ग्रामीण लाभान्वित हुए है।
वाहिनी द्वारा वर्ष 2023 के दौरान कुल 96 जब्तियां की गयी, जिसमें 101 से अधिक तस्करों की भी गिरफ्तारियां की गयी। उक्त जब्तियों के दौरान वाहिनी के द्वारा मुख्यतः मादक पदार्थ, शराब, मवेशियों एवं विभिन्न प्रतिबंधित सामानों को जब्त किया गया तथा मानव तस्करी को रोकने में भी अपनी अहम भुमिका निभाई है।
कड़ी मेहनत, समर्पण और सीमा सुरक्षा में श्रेष्ठता के इस यात्रा में आज 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के स्थापना दिवस का 22वां आयोजन किया जा रहा है। यह दिन न केवल उनके उद्देश्यों और योगदान की याद करने का मौका है, बल्कि इस अवसर पर हम सभी एकत्रित होकर इस योगदान को सम्मानित कर रहे हैं।
30 दिसंबर, 2023 को इस विशेष अवसर पर सीमान्त मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल, सिलीगुड़ी और ज़िला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, एपीएफ नेपाल के अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधिगण, और हमारी वाहिनी के वीर जवानों के परिवार सहित सभी जुड़ेंगे। यह दिन हम सभी के लिए एक विशेष मौका है जब हम साझा कर सकते हैं कि सीमा सुरक्षा में लगे हमारे वीर जवानों के बलिदानी काम को हम कितनी महत्ता देते हैं।
सशस्त्र सीमा बल के इस श्रेष्ठ उदय को याद करते हुए हम सभी उनके साहस, पराक्रम, और निष्ठा का सम्मान कर रहे हैं। उन्होंने देश की सीमा सुरक्षा में अपनी जान की परवाह किए बिना सीमा पर निरंतर जोखिमों का सामना किया है। उनकी सेवानिवृत्ति, संघर्ष, और परिश्रम से हम सभी प्रेरित होते हैं।
इस दिवस के दौरान, हम सभी एक-दूसरे के साथ इस यात्रा के महत्त्वपूर्ण पलों को साझा करेंगे। वाहिनी के इन बहादुर जवानों के बलिदानी कार्यों को समझने और मान्यता देने के लिए हमारी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही, इस अवसर पर हम सभी मिलकर उनके परिवारों को भी सम्मानित कर रहे हैं, जो अपने प्रियजनों की सेवा और समर्थन में अपना योगदान देते हैं।
19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के यह बहादुर जवान हमारे लिए गर्व की बात है। उनकी निष्ठा, समर्पण और निर्णायकता ने देश की सीमाओं को सुरक्षित और मजबूत बनाया है। हम उनके साथ हैं, उनके परिवारों के साथ हैं, और हमेशा उनके साथ रहेंगे।
इस संदर्भ में, हम सभी को यह समझना चाहिए कि सीमा सुरक्षा में शामिल हमारे वीर जवानों की बलिदानी सेवा का सम्मान करना हमारा फर्ज है
। उनकी सदैव स्मरण करते हुए, हमें समर्थ बनना चाहिए कि हम भी अपने देश के लिए कुछ कर सकते हैं।
सीमा सुरक्षा बल के इन वीर जवानों का योगदान हमारे देश के लिए अत्यंत मूल्यवान है। उनकी शौर्यगाथाएं और उनका समर्पण देशवासियों को गर्वित करता है। आज, हम सभी उन्हें सलाम करते हैं और उनके बलिदान को स्मरण करते हैं, जो हमें सुरक्षित रखने के लिए अपनी जानों को खतरे में डालते हैं।
इस विशेष दिन पर, हम सभी को इस देश के सशक्त और समृद्ध भविष्य की दिशा में सशक्त होने के लिए प्रेरित करने वाले हमारे सीमा सुरक्षा बल के बहादुर जवानों को सलाम करते हैं। उनका बलिदान और समर्पण हमारे लिए अनमोल है।
आखिर में, हम सभी एकसाथ मिलकर इस अवसर पर सम्मान और श्रद्धा व्यक्त करते हैं। सीमा सुरक्षा में समर्पित हमारे वीर जवानों को हम सभी को सलाम! – JawanTimes