ED Arrests Alleged Kingpin of ₹5,000 Crore Cybercrime Syndicate ईडी ने ₹5,000 करोड़ के साइबर अपराध सिंडिकेट के कथित सरगना को गिरफ्तार किया

ED Arrests Alleged Kingpin of ₹5,000 Crore Cybercrime Syndicate

ED Arrests Alleged Kingpin of ₹5,000 Crore Cybercrime Syndicate

जवान टाइम्ज़ 09 अप्रैल 2024, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए धोखाधड़ी के मामले में एक सिंडिकेट के कथित सरगना को गिरफ्तार किया है। इस सिंडिकेट ने 2020 और 2024 के बीच साइबर अपराधों और ऑनलाइन गेमिंग योजनाओं की एक श्रृंखला के माध्यम से लोगों से लगभग 5,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी।

ED (ईडी) के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 3 अप्रैल को नेपाल से आने के तुरंत बाद दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 से पुनीत माहेश्वरी को गिरफ्तार किया। उन्हें एक अदालत ने नौ दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।

एजेंसी के बयान में कहा गया है कि दिल्ली के मोती नगर इलाके के निवासी माहेश्वरी पर साइबर धोखाधड़ी योजनाओं के माध्यम से लोगों को धोखा देने, “अपराध की आय” को वैध बनाने और उस धन को भारत से बाहर भेजने का आरोप है।

धोखाधड़ी में शामिल ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों और वेबसाइटों कुराकाओ, माल्टा और साइप्रस जैसे छोटे द्वीप देशों में शामिल हैं। धोखाधड़ी गतिविधियों में निवेश धोखाधड़ी, अंशकालिक नौकरी धोखाधड़ी, ऑनलाइन शॉपिंग धोखाधड़ी और ऋण धोखाधड़ी जैसे विभिन्न रूप शामिल हैं।

इस मामले में एक अन्य आरोपी आशीष कक्कड़ को पिछले महीने गुरुग्राम के एक होटल से गिरफ्तार किया गया था। वह अब न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने मामले में एक और आरोपी आशीष कक्कड़ को गिरफ्तार किया है।

इस मामले में ED (ईडी) की मनी-लॉन्ड्रिंग जांच दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और चंडीगढ़ सहित पूरे भारत में दर्ज एफआईआर से शुरू हुई है।

इसके अलावा, बेंगलुरु में एक महिला कथित तौर पर साइबर स्कैमर्स का शिकार बन गई है, जिन्होंने न केवल उससे पैसे निकाले बल्कि वेब कैमरे पर उसके कपड़े भी उतार दिए।

इस मामले में एक फोन कॉल का मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति ने महिला को फेडएक्स के जरिए नशीली दवाएं भेजने का दावा किया और इसके बाद महिला के साथ धोखाधड़ी की।

यह मामला सिर्फ एक उदाहरण है, जो धोखाधड़ी के तेजी से बढ़ते रूप को दर्शाता है। लोगों को सतर्क रहने और ऑनलाइन सुरक्षा को ध्यान में रखने की आवश्यकता है।

Source- I4C.mha.gov.in

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.