National Beekeeping and Honey Mission (NBHM)
18 जनवरी, 2024: आज ठाकुरगंज में 19वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ने “राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन” के अंतर्गत चल रहे चार दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण का समापन किया। इस कार्यक्रम में श्री अनूप रोबा कछप, वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी, ने बलकार्मिकों के लिए प्रशिक्षण की महत्वपूर्णता पर जोर दिया।
प्रशिक्षण के दौरान श्री जगजीत बहादुर जेगवार, उप कमांडेंट, ने समस्त समवायों के कर्मिकों का स्वागत किया और मधुमक्खी पालन से होने वाले लाभों पर चर्चा की। आरक्षी भुवन बोरपात्रा द्वारा प्रदान किया गया प्रशिक्षण बालकार्मिकों को वाहिनी के अन्य सदस्यों और सीमांत क्षेत्र के किसानों के साथ साझा करने का आदान-प्रदान किया जाएगा।
सहायक कमांडेंट(संचार) श्री सुनील कुमार, उपनिरीक्षक दिनकर कुमार मिश्रा, मुख्य आरक्षी गणेश दत्त, आरक्षी संजय कुमार, और 25 बलकर्मी ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन के अंतर्गत यह प्रशिक्षण साकारात्मक अनुभवों का सामंजस्यपूर्ण संगम है, जिससे सीमा बल के बलकार्मिकों ने मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक और उत्कृष्टता का परिचय प्राप्त किया है। यह प्रशिक्षण सीमांत क्षेत्रों में किसानों के लिए एक सुचारू माध्यम बन सकता है, जिससे वे मधुमक्खी पालन से किसी भी उत्पाद से होने वाले लाभों को समझ सकते हैं।
श्री जगजीत बहादुर जेगवार ने आगामी कार्यों की सुचना भी साझा की, जिसमें सशस्त्र सीमा बल ने समाज के साथ साझेदारी बढ़ाने और राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन को आगे बढ़ाने के लिए नए कदम उठाने की योजना बनाई है।
इस अद्भुत कार्यक्रम के समापन के साथ, सशस्त्र सीमा बल ने राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन की महत्वपूर्ण भूमिका में अपनी भूमिका को सुनिश्चित किया है। इस प्रकार, सीमा सुरक्षा नहीं सिर्फ सीमा पारिस्थितिकी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी एक नई सार्थकता प्रदान कर रही है।