Massive Afforestation Program Using Miyawaki Technique by 19 Bn SSB, Thakurganj
19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, ठाकुरगंज द्वारा मियावाकी तकनीक से वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम
जवान टाइम्स: किशनगंज (14 जुलाई 2024): 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, ठाकुरगंज ने मियावाकी तकनीक के आधार पर अपनी भूमि (बेलवा) में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सघन वन विकसित करना है, जो पर्यावरण को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
दिनांक 13 जुलाई 2024 को आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय ग्रामीण नूर मोहम्मद और बच्चों द्वारा वृक्षारोपण करके किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री सुधीर कुमार, महानिरीक्षक, सीमांत मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल, सिलीगुड़ी थे। साथ ही श्री शिव दयाल, उप महानिरीक्षक, श्री अशोक कुमार ठाकुर, उप महानिरीक्षक, श्री ए. के. सी. सिंह, उप महानिरीक्षक, श्री स्वर्ण जीत शर्मा, कमांडेंट और श्री दिवाकर भट्ट, कमांडेंट (संचार) भी उपस्थित थे।
मियावाकी तकनीक का महत्व:
महानिरीक्षक श्री सुधीर कुमार ने मियावाकी तकनीक के महत्व पर प्रकाश डाला। इस तकनीक को जापानी वनस्पतिशास्त्री अकीरा मियावाकी ने विकसित किया था, जिसमें पौधों को कम अंतराल में लगाकर शहरी वनीकरण को बढ़ावा दिया जाता है। इस विधि से पौधे तेजी से विकसित होते हैं और सघनता के कारण खरपतवार को प्रकाश नहीं मिल पाता, जिससे पौधों का विकास तेज होता है।
पर्यावरण की सुरक्षा में वृक्षारोपण की भूमिका:
महानिरीक्षक महोदय ने बताया कि वृक्ष हमारे पर्यावरण के अभिन्न अंग हैं और इनके बिना जीवन संभव नहीं है। वृक्ष कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, जिससे वायु प्रदूषण नियंत्रित होता है। वृक्ष जल प्रदूषण को भी नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और वातावरण को ताजगी मिलती है। पेड़ न केवल भोजन प्रदान करते हैं बल्कि जीव-जंतुओं को आश्रय भी देते हैं।
कार्यक्रम में भागीदारी:
इस कार्यक्रम में बल के समस्त अधिकारीगण, अधीनस्त अधिकारियों और जवानों ने भाग लिया। श्री सुनील कुमार, सहायक कमांडेंट (संचार) सहित बल के समस्त अधीनस्थ अधिकारी एवं बल कार्मिक भी उपस्थित थे।
यह सही समय है जब हमें वृक्षारोपण के महत्व को समझकर अधिक से अधिक पेड़ लगाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हर व्यक्ति को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। पेड़ हमारे पर्यावरण के रक्षक हैं और इन्हें बचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस कार्यक्रम के दौरान बल के सभी अधिकारी और जवान वृक्षारोपण में शामिल हुए, जिससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।