Injustice in CRPF Promotions: Wireless Personnel Face Long Waits, Says Retired Operator
CRPF के बेतार कार्मिकों के साथ प्रमोशन में हो रहा अन्याय: सेवानिवृत्त हवलदार/रेडियो ऑपरेटर विश्वजीत हलदर की व्यथा
जवान टाइम्स , 15 नवंबर 2024 – केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में बेतार कार्मिकों, विशेष रूप से रेडियो ऑपरेटरों के साथ हो रहे प्रमोशन में अन्याय की समस्या गहरी होती जा रही है। यह कार्मिक लंबे समय तक एक ही रैंक पर बने रहने के कारण असंतोष और मानसिक शोषण का सामना कर रहे हैं। CRPF में सेवा दे चुके सेवानिवृत्त हवलदार/रेडियो ऑपरेटर विश्वजीत हलदर ने इस असमानता को उजागर किया और बताया कि कई रेडियो ऑपरेटर 20 वर्षों से प्रमोशन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
समान काम, परंतु असमान सम्मान
हवलदार हलदर ने बताया कि बेतार कार्मिक अक्सर संवेदनशील और खतरनाक इलाकों में तैनात रहते हैं, जहां वे जीडी टुकड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं और अपनी जान जोखिम में डालते हैं। इसके बावजूद, प्रमोशन की प्रक्रिया इतनी धीमी और दयनीय है कि कैंप में प्रशासनिक कार्यों में लगे कार्मिकों की तुलना में उनकी स्थिति कहीं अधिक चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि जहां सामान्य जीडी कार्मिकों को समय पर प्रमोशन मिलते हैं, वहीं बेतार विभाग के कर्मचारी लंबे समय तक एक ही रैंक पर बने रहते हैं।
मानसिक तनाव और शोषण की स्थिति
प्रमोशन में देरी के कारण, कई बार कनिष्ठ कार्मिक वरिष्ठ पद पर पहुँच जाते हैं, जिससे अन्याय की भावना गहरी होती है। हलदर ने बताया कि कई बार नक्सली मुठभेड़ों में वीरगति प्राप्त करने वाले या पुलिस मेडल से सम्मानित होने वाले बेतार कार्मिकों को भी उपेक्षित किया गया है। इस असमानता के चलते उन्हें मानसिक तनाव और शोषण का सामना करना पड़ता है।
RTI से बेतार कैडर के अस्तित्व पर सवाल
विश्वजीत हलदर ने बताया कि उन्होंने सूचना का अधिकार (RTI) के तहत CRPF में सिग्नल कैडर के अस्तित्व के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन जवाब में बताया गया कि ऐसा कोई कैडर CRPF के ज्ञान में नहीं है। इतना ही नहीं, 2017 में CRPF द्वारा प्रकाशित ‘ह्यूमन रिसोर्स इन CRPF’ किताब में भी बेतार कैडर का कोई उल्लेख नहीं मिलता।
प्रमोशन प्रणाली में सुधार की मांग
हलदर ने CRPF के महानिदेशक से आग्रह किया कि बेतार कार्मिकों के लिए एक निष्पक्ष प्रमोशन प्रणाली बनाई जाए ताकि वर्षों से लंबित प्रमोशन प्रक्रिया में सुधार हो और ये कार्मिक अपने सम्मान और अधिकार प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा, “यदि मुझे मेरी रैंक और सम्मान के साथ बहाल किया जाता है, तो मैं सेवा में लौटने के लिए तैयार हूँ।”
CRPF के बेतार कार्मिकों के साथ हो रहे इस अन्याय ने संगठन के भीतर प्रशासनिक प्रक्रियाओं की समीक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है। यह मुद्दा न केवल प्रमोशन में असमानता की ओर इशारा करता है बल्कि संगठन में सुधार की आवश्यकता को भी दर्शाता है।
स्रोत – BIKANER 24×7 NEWS
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