हिमाचल में नए शिक्षा सत्र से सभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम शुरू होगा। पहली और दूसरी कक्षाओं से इसकी शुरुआत की जा रही है। इसके लिए सत्र के शुरू और सत्र के बीच में टीचर्स को ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी। राज्य सरकार से इसकी अनुमति मिल गई है और अब सोमवार से शुरू हो रहे सप्ताह में इसके दिशा-निर्देश जारी हो रहे है। कैबिनेट में यह मामला बाद में जाएगा। चुनाव पूर्व घोषणा पत्र में कांग्रेस ने यह वादा किया था कि हर विधानसभा क्षेत्र में इंग्लिश मीडियम स्कूल खुलेंगे। एक विधानसभा क्षेत्र में चार या पांच स्कूल खोलने के बजाय अब राज्य सरकार सभी प्राइमरी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में बदलने जा रही है।
इसके पीछे की वजह यह है कि प्राइवेट स्कूलों में एनरोलमेंट इंग्लिश मीडियम के वजह से ही है। अभी तक राज्य सरकार के साथ हुई चर्चा में तय हुआ है कि सभी 10,500 सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पहली और दूसरी कक्षा से पहले चरण में इंग्लिश मीडियम की शुरुआत की जाए। वर्तमान में पहली कक्षा में सिर्फ हिंदी, अंग्रेजी और मैथ की तीन पुस्तक है। अंग्रेजी की हालांकि दो किताबें है। नए निर्देश ये हैं कि मातृभाषा हिंदी रहेगी, लेकिन अंग्रेजी और मैथ इंग्लिश मीडियम में ही पढ़ाया जाएगा। बच्चों को किताबें भी इंग्लिश मीडियम में ही उपलब्ध करवाई जाएंगी। शिक्षा सचिव ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक को निर्देश दिए है कि इंग्लिश मीडियम की किताबें छपवाने के आर्डर एडवांस में दे दिए जाएं। ये किताबें राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला प्रकाशित करता है। इसके बाद टीचर ट्रेनिंग पर फोकस होगा। अधिकांश प्राइमरी टीचर्स को इंग्लिश मीडियम के लिए अलग से ट्रेनिंग भी दी जाएगी। मॉर्निंग असेंबली की प्रक्रिया को भी बदला जाएगा।
पहल से स्कूलों में बढ़ेगी एनरोलमेंट
शिक्षा सचिव राकेश कंवर बताते हैं कि राज्य सरकार ने इस प्रक्रिया को शुरू करने की अनुमति दे दी है और सोमवार या मंगलवार को इसके दिशा-निर्देश जारी हो जाएंगे। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को इंग्लिश मीडियम की किताबें छापने को कह दिया है। नए शिक्षा सत्र से सभी प्राइमरी स्कूलों की पहली दो कक्षाएं इंग्लिश मीडियम पर चलेंगी। इन कक्षाओं के बच्चे जब अगली कक्षा में जाएंगे, तो इंग्लिश मीडियम भी साथ-साथ जुड़ता जाएगा। शिक्षा विभाग को उम्मीद है कि इस प्रक्रिया से एनरोलमेंट भी बढ़ेगी।