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साइबर ठगों का नया हथकंडा: मैसेज फॉरवर्डिंग एप से लूट रहे लाखों, एक्सपर्ट्स भी हैं शामिल
जवान टाइम्स एक्सक्लूसिव
नई दिल्ली: साइबर ठग अब पीएम किसान सम्मान निधि जैसी सरकारी योजनाओं के नाम पर फर्जी एप बनाकर आम लोगों को ठग रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस ठगी में बिना OTP साझा किए ही लोगों के बैंक खाते खाली हो रहे हैं। यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली समेत कई राज्यों में अब तक सैकड़ों लोग इस नए साइबर घोटाले का शिकार हो चुके हैं, जिनमें नगर आयुक्त जैसे बड़े अधिकारी भी शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला? जानें ठगों का नया मॉडस ऑपरेंडी
साइबर ठगों ने “PM किसान सम्मान निधि” के नाम से एक मैसेज फॉरवर्डिंग एप तैयार किया है। इस एप को व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए “मुख्य कृषि अधिकारी” जैसे विश्वसनीय नंबरों से वायरल किया जाता है। जैसे ही कोई व्यक्ति इसे इंस्टॉल करता है, उसके फोन का हर मैसेज (SMS, व्हाट्सएप, ईमेल) एक अज्ञात नंबर पर ऑटो-फॉरवर्ड होने लगता है। इसके बाद ठग उस व्यक्ति का व्हाट्सएप हैक करके उसके संपर्कों में भी इस एप को शेयर कर देते हैं।
खतरनाक बात यह है कि एप इंस्टॉल होते ही फोन से गायब हो जाता है, लेकिन पीड़ित के खाते से पैसे गायब होने लगते हैं। ठग OTP मैसेज को सीधे अपने नंबर पर पढ़कर ट्रांजैक्शन कर लेते हैं।
कैसे हुआ नगर आयुक्त का 1.84 लाख रुपये गायब?
उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में इस घोटाले का पता तब चला जब नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल के बैंक खाते से 1.84 लाख रुपये गायब हो गए। जांच में पता चला कि उनके व्हाट्सएप अकाउंट से एक ग्रुप में “PM किसान सम्मान निधि एप” लिंक शेयर किया गया था। इसी तरह, दो छात्रों ने भी शिकायत की कि उनके खातों से पैसे चोरी हो गए।
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साइबर एक्सपर्ट्स भी कर रहे हैं ठगी में साथ?
साइबर पुलिस के मुताबिक, ठग अब टेक्निकल एक्सपर्ट्स को अपने गिरोह में शामिल कर रहे हैं। ये एक्सपर्ट्स ऐसे स्पाइवेयर एप बनाते हैं जो:
- फोन की सभी अनुमतियाँ (मैसेज, कैमरा, कॉल) हासिल कर लेते हैं।
- इंस्टॉल होने के बाद आइकन गायब कर देते हैं।
- ओटीपी और बैंक अलर्ट्स को ऑटो-फॉरवर्ड करते हैं।
ऐसे करें खुद को सुरक्षित: साइबर पुलिस की 5 गोल्डन टिप्स
- 🔒 किसी भी अनजान लिंक या एप को न डाउनलोड करें, चाहे वह कितना भी “ऑफिशियल” दिखे।
- 🔒 सेटिंग्स में जाकर चेक करें कि कोई अनजान ऐप मैसेज फॉरवर्ड तो नहीं कर रहा।
- 🔒 APK फाइल्स (गूगल प्ले स्टोर के बाहर के ऐप्स) इंस्टॉल करने से बचें।
- 🔒 OTP और बैंक अलर्ट्स को कभी किसी के साथ शेयर न करें।
- 🔒 अगर शिकार हो गए हैं, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।
क्या कहते हैं अधिकारी?
ऊधम सिंह नगर के मुख्य कृषि अधिकारी ने जवान टाइम्स को बताया, “हमारे नंबर से व्हाट्सएप ग्रुप में यह फर्जी एप शेयर किया गया था। हमने तुरंत साइबर सेल को सूचना दे दी है। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।”
जवान टाइम्स की सलाह
सरकारी योजनाओं से जुड़ी कोई भी जानकारी सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट (pmkisan.gov.in) या मोबाइल ऐप से ही चेक करें। अगर आपके पास भी इस तरह का कोई संदेश आया है, तो उसे फॉरवर्ड न करें और तुरंत डिलीट कर दें।
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