BSF and BGB Join Forces Amid Bangladesh Unrest: 83 Flag Meetings in 3 Days
किशनगंज : बांग्लादेश में जारी हिंसा को लेकर बीएसएफ ने 3 दिनों में की 83 फ्लैग मीटिंग्स
किशनगंज, 13 अगस्त (के.स.)। बांग्लादेश में हालिया हिंसा के चलते भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति गंभीर बनी हुई है। इसके मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पूरी तरह से अलर्ट पर है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने और स्थिति पर पैनी नजर रखने के लिए बीएसएफ ने विभिन्न स्तरों पर त्वरित कार्रवाई की है। बीएसएफ के महानिर्देशक के आदेशानुसार, भारतीय और बांग्लादेशी सीमा सुरक्षा बलों (बीजीबी) के बीच पिछले तीन दिनों में कुल 83 फ्लैग मीटिंग्स आयोजित की गईं, जिनमें आपसी सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया गया।
बीएसएफ के पीआरओ मुख्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि सीमा की संवेदनशीलता को देखते हुए पूर्वी कमांड के तहत आने वाले इलाकों में 241 समन्वित गश्त भी की गईं। इन गश्तों का उद्देश्य न केवल सीमा की सुरक्षा को बनाए रखना था, बल्कि संभावित खतरों का आकलन करना भी था।
बीएसएफ अधिकारियों ने बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पार करने से रोकने में बीजीबी की भूमिका की सराहना की और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बीजीबी के प्रयासों की भी प्रशंसा की। यह भी बताया गया कि बीजीबी न केवल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के साथ सहयोग कर रहा है, बल्कि बांग्लादेश के अंदर भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए भी ठोस कदम उठा रहा है।
9 अगस्त 2024 को कूचबिहार-लालमोनिरहाट सीमा पर लगभग 1500 बांग्लादेशी नागरिकों के इकट्ठा होने की स्थिति में बीजीबी ने स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से उन्हें वापस भेजने में सफलता प्राप्त की।
द्विपक्षीय क्षेत्रीय बैठकों में, दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों ने सीमा सुरक्षा और अन्य आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान, दोनों पक्षों ने विभिन्न ऑपरेशनल मामलों पर आपसी समन्वय को मजबूत करने के लिए प्रभावी तंत्र तैयार किए।
इसके अलावा, पूर्वी कमांड की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास बसे भारतीय ग्रामीणों के साथ भी 232 बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें उन्हें बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी गई और सीमा प्रबंधन में उनके सहयोग की अपील की गई।
बीएसएफ और बीजीबी के बीच सक्रिय संवाद बनाए रखने और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के प्रयासों की भी सराहना की जा रही है। इन प्रयासों के तहत दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच भरोसेमंद संबंधों को और मजबूत किया जा रहा है, ताकि भारत-बांग्लादेश सीमा पर शांति और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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