22 जनवरी 2024 को, सशस्त्र सीमा बल की 72 वीं वाहिनी ने युक्सुम के प्रांगण में एक अद्वितीय आयोजन में भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण स्थलों का सम्मान किया। अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के उपलक्ष में, वाहिनी के परिसर के मंदिर में भी भव्य पूजा अर्चना का आयोजन किया।
समस्त अधिकारी, अधिनस्थ अधिकारी, कार्मिकों और संदिक्षा सदस्यों ने इस अद्वितीय सत्र में भाग लेकर पूजा अर्चना का हिस्सा बनाया और माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस महत्वपूर्ण समय में, सभी वाहिनी के सदस्यों ने सांगठनिक दृष्टि से यह सुनिश्चित किया कि तात्कालिक पूजा समारोह सुचारू रूप से संपन्न हो।
इस विशेष अवसर पर, भंडारे का भी आयोजन किया गया और इसमें संदीक्षा परिवार एवं बल कार्मिकों ने भरपूर आनंद लिया। भंडारे में विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों का समर्थन किया गया और सभी ने एक अच्छे समय का आनंद लिया।
इस शानदार उपलक्ष्य में, वाहिनी ने सांस्कृतिक समर्थन, सौहार्द और धार्मिक एकता का संकेत दिया। इस आयोजन ने समृद्धि और एक भारतीय सैनिक समृद्धि की भावना को मजबूती से प्रमोट किया है।
यह आयोजन न केवल धार्मिकता के प्रति आदर और समर्पण का परिचय करता है, बल्कि सेना के सदस्यों के बीच मित्रता और एकजुटता की महत्वपूर्ण भावना को भी प्रोत्साहित करता है।
इस अद्वितीय कार्यक्रम ने दिखाया कि सशस्त्र सीमा बल ने सिर्फ सीमा सुरक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि समृद्धि और सामाजिक समृद्धि की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।