53 Bn SSB Simlabari-Falakata organizes beekeeping training
53 वाहिनी एसएसबी सिमलाबाड़ी-फालाकाटा ने मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण का आयोजन किया। प्रशिक्षण 29.02.2024 से 02.03.2024 तक 16 कर्मिकों के लिए आयोजित हुआ, जिसमें ‘कृषि विज्ञानं केंद्र पुण्डीबारी, कूचबिहार’ ने सहयोग किया। प्रशिक्षण में मधुमक्खी प्रजातियों, जीवन चक्र, व्यवहार, बक्से के भाग, उपकरण, प्राकृतिक शत्रु, कीट प्रबंधन, और शहद निकालने की प्रक्रिया पर जानकारी दी गई।
इस मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण का आयोजन विशेष महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सैनिकों को पारिस्थितिकी और कृषि सेक्टर में नई दिशा देने का प्रयास कर रहा है। सिमलाबाड़ी-फालाकाटा में आयोजित इस प्रशिक्षण में विज्ञानिकों ने सैनिकों को मधुमक्खियों के सही पालन के लिए अच्छी तकनीकी जानकारी प्रदान की है।
यह पहल एक राष्ट्रीय मधुमक्खी व शहद मिशन की दिशा में है, जिसमें सैनिकों को नए कौशल सिखाए जा रहे हैं, जो न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए बल्कि स्थानीय समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। इस प्रकार के प्रशिक्षण सत्रें समृद्धि के लिए अच्छे कौशल विकसित करने में सहायक हो सकते हैं, जो एक सुरक्षित भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाते हैं।
इस प्रशिक्षण के माध्यम से, जवानों को मधुमक्खी पालन की आधुनिक तकनीकों का परिचय हुआ है, जिससे वे अपनी समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए सही राह चुन सकते हैं। कृषि विज्ञानं केंद्र पुण्डीबारी के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण के माध्यम से, सैनिकों को नई कौशल सिखाए गए हैं जो उन्हें अपने समृद्धि और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
इस प्रशिक्षण सत्र के समापन के दौरान हुए समारोह में कृषि विज्ञानं केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विकाश रॉय ने सैनिकों की प्रशिक्षण में सफलता की बधाई दी और उनके संघर्षशील प्रयासों की सराहना की। इसके साथ ही, इस समारोह में शामिल हुए सभी सैनिकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस प्रशिक्षण में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाई।
53 वाहिनी एसएसबी द्वारा आयोजित किए गए इस मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण से सामूहिक समृद्धि, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया गया है जो सैनिकों के और समुदाय के उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण है।
समापन समारोह में, कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विकाश रॉय, सहायक निदेशक डॉ. सूरज सरकार, और अन्य प्रशिक्षकों के साथ मिलकर वाहिनी के प्रशिक्षु कर्मिकों को सम्मानित किया गया।