आज, दिनांक 11.01.2024 को, सशस्त्र सीमा बल की 46वीं वाहिनी ने मालबाजार के टोडे बाज़ार में स्थित नागरिकों के लाभार्थ एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिक कल्याण को बढ़ावा देने एवं समुदाय को सशस्त्र सीमा बल के साथ मिलकर सामाजिक विकास की दिशा में कदम से बढ़ाना था।
इस खास मौके पर 46वीं वाहिनी के उप-कमांडेंट, श्री सुरेश कुमार पाटीदार, ने आयोजन किए गए कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसमें नागरिकों को समर्पण के साथ टेलरिंग प्रशिक्षण का समापन किया गया। समापन समारोह में ग्राम प्रधान, श्री बिंजामिन राय, और अन्य कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने भी भाग लिया।
टेलरिंग प्रशिक्षण कोर्स के समापन समारोह में शामिल होने वाले लोगों में से एक थे सशस्त्र सीमा बल के उद्देश्यों की प्राथमिकताओं का समर्थन करने वाले ग्राम प्रधान, श्री बिंजामिन राय। उन्होंने इस मौके पर एक संबोधन किया और स्थानीय जनता को समर्पण और साझेदारी के माध्यम से समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प जताया।
समापन समारोह में भाग लेने वाले मुख्य अतिथि बतौर ग्राम प्रधान, श्री बिंजामिन राय ने अपने संबोधन में कहा, “सशस्त्र सीमा बल, 46वीं वाहिनी, मालबाजार द्वारा आयोजित टेलरिंग प्रशिक्षण कोर्स एक प्रेरणास्त्रोत है। इस कोर्स के माध्यम से यहाँ के लोग न केवल अपने जीविकों को सुधारेंगे, बल्कि वे स्वावलंबी बनकर समाज के उत्थान में भी योगदान देंगे।”
उन्होंने आगे और जोड़ते हुए कहा, “सशस्त्र सीमा बल का उद्देश्य केवल सीमा की सुरक्षा करना ही नहीं है, बल्कि स्थानीय जनता के प्रति प्रेम और भाईचारे को बनाए रखना भी है। टेलरिंग प्रशिक्षण एक ऐसी महत्वपूर्ण पहल है जो स्थानीय समुदाय को समृद्धि की दिशा में मदद कर सकती है।”
कार्यक्रम में उपस्थित सशस्त्र सीमा बल के प्रतिष्ठान्वित अधिकारी, श्री सुरेश कुमार पाटीदार ने भी अपने भाषण में उजागर किया कि सशस्त्र सीमा बल निरंतर स्थानीय जनता के उत्थान और विकास के लिए कई सारे पहलुओं का हिस्सा बन रहा है।
उन्होंने बताया कि टेलरिंग प्रशिक्षण कोर्स से स्थानीय लोगों को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित किया गया है, जिससे उन्हें रोजगार के अवसर मिल सकते हैं और वे अपनी आत्मनिर्भरता में सहायक हो सकते हैं।
इस अद्भुत पहल के माध्यम से, सशस्त्र सीमा बल ने नहीं सिर्फ सीमा सुरक्षा में योगदान किया है, बल्कि समुदाय के विकास में भी अपनी सकारात्मक भूमिका निभाई है। सशस्त्र सीमा बल ने यह सिद्ध किया है कि उनका आदर्श सीमा सुरक्षा के अलावा और भी कई क्षेत्रों में है और वे स्थानीय जनता के साथ मिलकर उनके सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान करने में पूरी तरह सक्षम हैं।