SSB Rescues 10 Pilgrims Trapped in Swift Tamsa River
तमसा नदी के तेज बहाव में फंसे श्रद्धालुओं का एसएसबी जवानों ने किया साहसिक रेस्क्यू
वाल्मीकि आश्रम के दर्शन कर भारत लौट रहे दस श्रद्धालुओं की जिंदगी उस समय संकट में पड़ गई, जब तमसा नदी में अचानक तेज बहाव के कारण वे फंस गए। सोमवार की शाम को अंतिम सोमवारी और रक्षाबंधन के अवसर पर दर्शन करके लौटते समय, श्रद्धालु नदी पार कर रहे थे, तभी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, और सभी लोग घबराकर वहीं फंस गए।
घबराहट और असहाय स्थिति में फंसे इन श्रद्धालुओं के लिए देवदूत बनकर आए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवान। 21वीं वाहिनी बाघा के एफ प्रभारी और उनकी टीम ने बिना समय गंवाए घटनास्थल पर पहुंचकर तत्परता दिखाई। जवानों ने मानव श्रृंखला बनाकर और उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए सभी 10 श्रद्धालुओं—8 पुरुष और 2 महिलाओं—का सुरक्षित रेस्क्यू किया।
श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचाने के बाद सभी ने राहत की सांस ली और एसएसबी के जवानों का धन्यवाद किया। एसएसबी की 21वीं वाहिनी की एफ समवाय वाल्मीकि आश्रम के नजदीक भारत-नेपाल सीमा पर तैनात रहती है और इस प्रकार के आपातकालीन हालातों के लिए हमेशा तैयार रहती है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी एसएसबी के जवानों ने तमसा नदी से 69 श्रद्धालुओं का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया था। बारिश के मौसम में तमसा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता-घटता रहता है, जिससे इस इलाके में दर्शनार्थियों को अक्सर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
यह घटना फिर से साबित करती है कि एसएसबी के जवान सीमावर्ती इलाकों में न केवल सुरक्षा का जिम्मा उठाते हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर जान बचाने के लिए भी तत्पर रहते हैं।
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