SSB Civil Welfare Veterinary Camp
दिनांक 4 जनवरी 2024 को सशस्त्र सीमा बल की 69वीं वाहिनी पाक्योंग (सिक्किम) ने नागरिक जनकल्याणकारी कार्यक्रम के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पशु ओ.पी.डी. शिविर का आयोजन किया। इस शिविर के अंतर्गत सीमा चौकी लिंगथम के क्षेत्र में स्थित ग्राम मानिसिशन में क्षेत्रीय मुख्यालय एस. एस. बी, गंगटोक (सिक्किम) से आये पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एच. के. सिंह, कमांडेंट (वेटेनरी) ने स्थानीय नागरिकों के पशुओं का उपचार किया और उन्हें आवश्यक दवाइयाँ वितरित की।
इस अनौपचारिक दिन में, ग्राम मानिसिशन बना एक अत्यंत रहस्यमय और प्राकृतिक स्थल जहां स्थानीय नागरिकों के पशुओं के उपचार के लिए एक वेटेनरी शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का आयोजन सीमा चौकी लिंगथम के क्षेत्र में किया गया था जो कि एस. एस. बी. पाक्योंग (सिक्किम) द्वारा संचालित है।
इस अद्वितीय योजना के अंतर्गत, ग्राम मानिसिशन में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एच. के. सिंह, एस. एस. बी, गंगटोक के क्षेत्रीय मुख्यालय से, वहां के स्थानीय नागरिकों के पशुओं का उपचार करने के लिए उपस्थित थे। इस विशेष शिविर के माध्यम से उन्होंने वहां के लोगों को पशुओं की देखभाल और उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्रदान की।
डॉक्टर एच. के. सिंह ने बताया, “यह एक सामूहिक पहल है जिसका उद्देश्य स्थानीय नागरिकों के पशुओं के स्वास्थ्य का सुनिश्चित करना है। इस अद्वितीय शिविर के माध्यम से हमने कई पशुओं का उपचार किया और उन्हें आवश्यक दवाइयाँ प्रदान की।”
इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य स्थानीय किसानों और पशुपालकों को विभिन्न पशु रोगों से निपटने के लिए सहायता प्रदान करना है। इससे न केवल पशुओं का स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है, बल्कि यह स्थानीय आदिवासी जनजातियों के जीवन को भी स्थायी रूप से प्रभावित करता है।
शिविर में स्थानीय लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और अपने पशुओं को सही से देखभाल करने के लिए समर्पित रूप से योजना में सहयोग किया। उन्होंने डॉक्टर एच. के. सिंह से पशुओं की चिकित्सा के लिए अनेक प्रश्नों की गुणवत्ता से सहायता प्राप्त की और अपने पशुओं के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होने का अवसर पाया।
इस अद्वितीय इनिषिएटिव के माध्यम से सीमा सुरक्षा बल ने नागरिक जनकल्याणकारी के क्षेत्र में एक और कदम बढ़ाया है। यह कार्यक्रम स्थानीय लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का एक साहसिक प्रयास है जिसका परिणाम स्वास्थ्यपूर्ण पशुओं के साथ जुड़े स्थानीय अर्थतंत्र को बढ़ावा देगा।
इस अद्वितीय पहल के पीछे एक महत्वपूर्ण संदेश है कि सीमा सुरक्षा बल नहीं सिर्फ सीमा सुरक्षा में ही नहीं, बल्कि समुद्र सीमा, वायु सीमा, और नागरिक जनकल्याणकारी में भी सक्रिय रूप से भाग लेता है। यह एक और उदाहरण है कि वे अपने क्षेत्र के नागरिकों के प्रति अपनी सच्ची प्रतिबद्धता को प्रदर्शित कर रहे हैं और उनके साथ सजीव संबंध बना रहते हैं।
इस रूप से, सीमा सुरक्षा बल ने नागरिक जनकल्याणकारी के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर रखा है और इस प्रयास से स्थानीय जनता को बचाव और उनके पशुओं की देखभाल में सहायता प्रदान की जा रही है। यह एक सामूहिक पहल है जो सीमा क्षेत्र में सामाजिक समरसता और समृद्धि की दिशा में एक उच्च स्तर की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।