
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के तत्वावधान में आयोजित 30वीं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल वाद-विवाद प्रतियोगिता 2025 (सेमीफाइनल चरण) का समापन लखनऊ में संपन्न

लखनऊ, 30 अक्टूबर 2025
सीमांत मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल (SSB), लखनऊ द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के तत्वावधान में आयोजित 30वीं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल वाद-विवाद प्रतियोगिता, 2025 (अंग्रेज़ी/हिन्दी) के सेमीफाइनल चरण का समापन समारोह आज ऑडिट भवन, लखनऊ में भव्य एवं गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) से आए प्रतिभागियों ने मानवाधिकार विषय पर अपने विचारों की प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जिससे सभागार में संवाद, चिंतन और प्रेरणा का अद्भुत वातावरण निर्मित हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महानिरीक्षक श्री रत्न संजय, भा.पु.से., सीमांत मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल, लखनऊ ने की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएँ केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि ज्ञान, अभिव्यक्ति और नेतृत्व क्षमता के विकास का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मानवाधिकारों की समझ हर सुरक्षाकर्मी के लिए उतनी ही आवश्यक है जितनी उसकी ड्यूटी के प्रति निष्ठा।

उन्होंने बल कर्मियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएँ न केवल आत्मविश्वास व तर्कशक्ति को बढ़ाती हैं, बल्कि बलों के बीच आपसी सहयोग और भाईचारे की भावना को भी मजबूत करती हैं।

इस अवसर पर निर्णायक मंडल में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों एवं शिक्षाविदों ने प्रतिभागियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के विचार मानवाधिकारों की गहराई और उनके संवेदनशील दृष्टिकोण को उजागर करते हैं।

प्रतियोगिता के हिन्दी एवं अंग्रेज़ी वर्ग में विजेताओं को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए —
🏆 हिन्दी वर्ग के विजेता:
• प्रथम स्थान – असम राइफल्स (AR)
• द्वितीय स्थान – केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)
• तृतीय स्थान – असम राइफल्स (AR)
🏆 अंग्रेज़ी वर्ग के विजेता:
• प्रथम स्थान – असम राइफल्स (AR)
• द्वितीय स्थान – असम राइफल्स (AR)
• तृतीय स्थान – केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)
कार्यक्रम में निर्णायकों, आयोजन समिति और विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रतिभागियों की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष रूप से प्रेरणादायी बना दिया।
समापन अवसर पर उप महानिरीक्षक श्री राजेश ठाकुर ने सभी प्रतिभागियों, निर्णायकों एवं आयोजन समिति के सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन बलों के बीच रचनात्मक संवाद को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ मानवीय मूल्यों के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में एक सार्थक कदम है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन निरंतर होते रहेंगे, जिससे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के अधिकारी एवं कर्मी बौद्धिक, नैतिक एवं सामाजिक रूप से और अधिक सशक्त बन सकें।
🔹 रिपोर्ट: जवान टाइम्स
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