SSB’s Eagle-Eyed Vigil at Rupaidiha Border: Smugglers’ Nightmare
रूपईडीहा बॉर्डर पर SSB जवानों की बाज जैसी निगरानी: तस्करों के लिए बने ‘काल’
उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के भारत-नेपाल बॉर्डर पर रूपईडीहा में सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवान दिन-रात बेमिसाल मुस्तैदी के साथ देश की सुरक्षा में तैनात हैं। नेपाल से आने वाली हर गतिविधि पर उनकी पैनी नजर है, जिससे तस्करी और अन्य अवैध कामों पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। SSB के जवानों की सतर्कता ने तस्करों के लिए इस बॉर्डर को एक दुर्गम दीवार बना दिया है।
तस्करी पर लगा सख्त अंकुश
रूपईडीहा बॉर्डर पर SSB की 42वीं वाहिनी के जवान हर आने-जाने वाले व्यक्ति और सामान की बारीकी से जांच करते हैं। बॉर्डर क्षेत्र को अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है, जिससे हर गतिविधि पर निगरानी रखी जाती है। जवानों की त्वरित कार्रवाई और हाई-टेक उपकरणों का इस्तेमाल इस इलाके को तस्करों के लिए ‘नो एंट्री जोन’ बना रहा है।
महिला जवानों की सजगता
देश की सुरक्षा में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। SSB की महिला जवान नेपाल से आने वाली महिलाओं की पूरी सजगता से जांच करती हैं। वे हर संदेहास्पद वस्तु की एक्सरे मशीनों से जांच करती हैं, ताकि कोई तस्कर अवैध सामान लेकर देश में प्रवेश न कर सके। उनकी सक्रियता ने बॉर्डर की सुरक्षा को और मजबूत किया है।
मादक पदार्थों पर कड़ा प्रहार
SSB के जवानों की मुस्तैदी के कारण नेपाल से भारत में मादक पदार्थों की तस्करी पर कड़ी नज़र रखी गई है। हाल के महीनों में कई तस्करों को पकड़ा गया है, जिनमें से अधिकतर नेपाली महिलाएं थीं जो चरस की खेप लेकर भारत में घुसने की कोशिश कर रही थीं। जवानों ने न सिर्फ नेपाल से चरस लाते हुए तस्करों को पकड़ा है, बल्कि भारत से नेपाल स्मैक ले जाने वालों को भी गिरफ्तार किया है।
SSB के जवानों की सतर्कता और निडरता ने रूपईडीहा बॉर्डर को तस्करों के लिए अभेद किला बना दिया है। उनकी निरंतर निगरानी और सक्रियता के चलते इस बॉर्डर पर तस्करी और अवैध गतिविधियों पर बड़ा अंकुश लगा है। देश की सीमाओं की रक्षा में जुटे ये जवान तस्करों के लिए ‘काल’ साबित हो रहे हैं।
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