Sashastra Seema Bal presented “Swayamsiddha” to Governor and Home Secretary
गंगटोक, 3 मई 2024: उप महानिरीक्षक क्षेत्रक मुख्यालय, एसएसबी, गंगटोक द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में, माननीय राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सशस्त्र सीमा बल (SSB) की स्थापना के 60 वें वर्षगांठ के अवसर पर प्रकाशित पुस्तिका “स्वयंसिद्धा” भेंट की गई। यह पुस्तिका बल में महिलाओं के योगदान, भूमिका, और सशक्तिकरण को उजागर करती है।
पुस्तिका का शीर्षक, “स्वयंसिद्धा”, इस बात को दर्शाता है कि किस प्रकार महिलाएं सशक्त होकर सशस्त्र बलों में अहम भूमिका निभा रही हैं। यह पुस्तिका बताती है कि सशस्त्र सीमा बल ने महिलाओं को शामिल करने में अग्रणी भूमिका निभाई है और वह पहला सशस्त्र बल है जिसने यह कदम उठाया। इसके अलावा, इसमें भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमा पर तैनाती और वहां के कार्य प्रणाली की जानकारी भी दी गई है।
इस अवसर पर, उप महानिरीक्षक ने बताया कि कैसे सशस्त्र सीमा बल ने महिलाओं को सशक्तिकरण के माध्यम से अपनी भूमिका को बढ़ाया है। उन्होंने कहा, “हमारे बल में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है, और वे विभिन्न भूमिकाओं में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।”
इसके बाद, श्रीमती ताशी चो. चो. भूटिया, गृह सचिव, सिक्किम राज्य को भी “स्वयंसिद्धा” पुस्तिका भेंट की गई। उप महानिरीक्षक ने उन्हें सशस्त्र सीमा बल की तैनाती और कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि SSB के जवान कैसे भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमा की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए कार्य करते हैं।
इस समारोह में उपस्थित लोगों ने पुस्तिका की प्रशंसा की और सशस्त्र सीमा बल में महिलाओं के बढ़ते योगदान को सराहा। “स्वयंसिद्धा” न केवल एक पुस्तिका है, बल्कि यह एक प्रेरणा है, जो अन्य महिलाओं को सशक्त होकर सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी।
यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है जो महिलाओं के प्रति समाज की सोच में बदलाव और उनके सशक्तिकरण की दिशा में प्रगति को दर्शाता है। सशस्त्र सीमा बल के इस प्रयास की सभी ने सराहना की, और इसे एक प्रेरणादायक कदम माना गया।