Sajal Sharma: A Proud Journey from Chhatradi Village to Becoming Lieutenant in the Indian
हिमाचल प्रदेश, भरमौर, 30 जनवरी: हिमाचल प्रदेश के छतराड़ी गांव से निकलकर भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट बनने का सपना देख रहे सजल शर्मा ने अपनी मेहनत और संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचने का सफलता दर्ज की है। छोटे से गांव के युवा ने सीडीएस में अच्छे प्रदर्शन करके लेफ्टिनेंट के पद के लिए चयन होने का गर्व अनुभव किया है।
सजल शर्मा के माता-पिता का गौरव है कि उनका बेटा भारतीय सेना में सेवा करने का मैदान चुन रहा है। इस सफलता की खुशी में छतराड़ी गांव में खुशी की लहर है, और गाँववालों ने उसकी उपलब्धि को गर्व से स्वीकारा है।
सजल शर्मा का कहना है कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव में ही हुई है और उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा सेना में सेवा करने के सपने को पूरा करने के लिए प्रेरित किया है।
सजल शर्मा की नियुक्ति से पहले भी वह बहुत देर तक सीडीएस की तैयारी कर रहे थे और इस सफलता के लिए उन्होंने लगातार मेहनत और समर्पण की अपनी ऊर्जा को दिखाया। इसके बावजूद, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य की दिशा में कदम बढ़ाते रहे। उनकी यह साफ सफाई और संघर्ष ने उन्हें भारतीय सेना में चयनित होने का मौका दिलाया।
छतराड़ी गांव के युवा सजल शर्मा का चयन हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए एक गर्वपूर्ण क्षण है और उनका उदाहरण युवा पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उनके सफलता की कहानी यह सिद्ध करती है कि अगर कोई अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मेहनत करता है और हार नहीं मानता, तो उसकी मेहनत और संघर्ष से कोई भी मुश्किल हार नहीं सकती।