Indian Textile Baron Duped in Fake Supreme Court Hearing Scam | प्रसिद्ध भारतीय वस्त्र व्यवसायी को फर्जी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के जरिए ठगा गया

Indian Textile Baron Duped in Fake Supreme Court Hearing Scam

Indian Textile Baron Duped in Fake Supreme Court Hearing Scam

प्रसिद्ध भारतीय वस्त्र व्यवसायी को फर्जी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के जरिए ठगा गया

नई दिल्ली, 30 सितंबर – भारत में एक प्रमुख वस्त्र व्यवसायी से फर्जी ऑनलाइन सुप्रीम कोर्ट सुनवाई आयोजित कर 8.3 लाख डॉलर (लगभग 6.88 करोड़ रुपये) की ठगी की गई। इस अनोखी ठगी का मामला तब सामने आया जब पंजाब पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।

यह ठगी उस समय और चौंकाने वाली हो गई जब ठगों ने न केवल व्यवसायी को धोखे में रखा, बल्कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय की फर्जी सुनवाई का आयोजन कर उसे जेल की धमकी देकर बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया। इस मामले में ठगे गए व्यक्ति एस.पी. ओसवाल, जो 82 वर्षीय भारत के वर्धमान ग्रुप के अध्यक्ष हैं, ने पुलिस को बताया कि ठगों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संदिग्ध बनाकर संपर्क किया।

कैसे रचा गया फर्जीवाड़ा

ओसवाल के अनुसार, ठगों ने खुद को केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी बताते हुए उन्हें ऑनलाइन अदालत में पेश होने के लिए कहा, जहां एक व्यक्ति ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ के रूप में खुद को पेश किया। ओसवाल ने कहा कि उन्हें अदालत के आदेश के अनुसार अपनी सारी संपत्ति एक गुप्त निगरानी खाते में जमा करने का निर्देश दिया गया।

पुलिस के अनुसार, इस अनोखे मामले में ओसवाल को डिजिटल गिरफ्तारी की धमकी दी गई, जो कि भारत में बढ़ते साइबर अपराधों का हिस्सा है। ठग वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों से पूछताछ कर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं और उन्हें अवैध रूप से धन स्थानांतरित करने के लिए मजबूर करते हैं।

पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी

पंजाब पुलिस ने रविवार को ओसवाल की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनसे 6 लाख डॉलर की रकम बरामद की। पुलिस का कहना है कि यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है जो ऐसे मामलों में की गई है।

भारत सरकार ने इस साल मई में जनता को डिजिटल गिरफ्तारी की बढ़ती घटनाओं के बारे में चेतावनी दी थी। इसमें बताया गया कि साइबर अपराधी पुलिस या सरकारी अधिकारियों की तरह स्टूडियो में वेश बदलकर लोगों को ठग रहे हैं। 1,000 से अधिक ऐसे स्काइप आईडीज को ब्लॉक किया गया है, जो इस प्रकार की धोखाधड़ी में संलिप्त थे।

उद्योगपति ओसवाल और वर्धमान ग्रुप

एस.पी. ओसवाल एक प्रमुख उद्योगपति हैं और उनके नेतृत्व में वर्धमान ग्रुप ने पांच दशक के लंबे सफर में 1.1 बिलियन डॉलर का कारोबार खड़ा किया है। कंपनी की उपस्थिति 75 से अधिक देशों में है। ओसवाल जैसे उच्च प्रोफ़ाइल व्यक्तित्व के साथ इस तरह की ठगी का मामला सामने आना न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी साइबर सुरक्षा की गंभीर स्थिति को उजागर करता है।

ठगी के नए तरीके और सतर्कता

यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि ठग नए-नए तरीकों का सहारा ले रहे हैं और आम लोगों के साथ-साथ बड़े उद्योगपतियों को भी निशाना बना रहे हैं। डिजिटल गिरफ्तारी और फर्जी सरकारी अधिकारियों के माध्यम से लोगों को ब्लैकमेल करने की घटनाएं बढ़ रही हैं।

ऐसे मामलों से बचने के लिए सतर्कता बरतना आवश्यक है। कोई भी व्यक्ति अगर संदिग्ध कॉल या ईमेल प्राप्त करता है, तो उसे सीधे सरकारी एजेंसियों से संपर्क करना चाहिए और अपनी व्यक्तिगत जानकारी या धनराशि साझा करने से बचना चाहिए।


यह लेख ठगी के इस गंभीर और अनोखे मामले पर प्रकाश डालता है और लोगों को सतर्क रहने का संदेश देता है, ताकि वे साइबर अपराधियों के जाल में न फंसें।

Source Hindustan Times

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जवान टाइम्स

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