Gorakhpur Overbridge Girders Collapse, SSB Inspector Killed, One Injured
गोरखपुर में निर्माणाधीन नकहा ओवरब्रिज का गाटर गिरा, एसएसबी इंस्पेक्टर की मृत्यु, एक अन्य गंभीर घायल
गोरखपुर, 07 नवंबर 2024: गोरखपुर के चिलुआताल थाना क्षेत्र के नकहा जंगल रेलवे स्टेशन के पास स्थित गेट संख्या 05 स्पेशल के समीप आज सुबह लगभग 9:40 बजे एक गंभीर हादसा घटित हुआ। मित्तल ब्रदर्स कंपनी द्वारा गतिशक्ति विभाग के अंतर्गत निर्माणाधीन ओवरब्रिज के निर्माण कार्य के दौरान एक बड़ा गाटर गिरने से एसएसबी के निरीक्षक की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
हादसा तब हुआ जब हाइड्रा क्रेन के माध्यम से लोहे के भारी गाटर को उठाया जा रहा था। अचानक क्रेन की चेन टूटने के कारण गाटर नीचे गिर पड़ा। इस दुर्घटना में एसएसबी के निरीक्षक विजेंद्र सिंह कोठारी (उम्र लगभग 45 वर्ष), जो एसएसबी सेक्टर हेडक्वार्टर, फर्टिलाइजर चिलुआताल गोरखपुर में नियुक्त थे, गाटर के नीचे दबकर घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।
इस हादसे में उनके साथ बाइक पर बैठे मनय कुंडू को भी गंभीर चोटें आईं, जिन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, आरपीएफ और जीआरपीएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने निरीक्षक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना सुबह 10:00 बजे के आसपास की है। जब हाइड्रा के माध्यम से लगभग 10 कुंतल वजनी लोहे की गाटर ऊपर उठाई जा रही थी, इसी बीच लोहे की चेन टूट गई और यह हादसा हो गया, बताया जा रहा है कि घटना इतनी दर्दनाक थी कि शव गटर के नीचे बुरी तरह कुचल गया था जिसे बड़ी मुश्किल से पुलिस ने अन्य लोगों के सहयोग से निकाला।
आस-पास के लोगों का आरोप है कि कार्य के दौरान कभी भी बैरिकेडिंग नहीं की जाती, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। स्थानीय दुकानदारों का यह भी कहना है कि यह हादसा पूरी तरह प्रशासन की लापरवाही है। एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलने के बाद मृतक सब इंस्पेक्टर के परिजनों को सूचना दे दी गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जरूरी कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, घटना की जांच कराई जाएगी।
दुर्भाग्यवश, ओवरब्रिज निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर बैरिकेडिंग की उचित व्यवस्था नहीं की गई थी, जिससे यह हादसा हुआ। यह चूक निर्माण कार्य में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करती है। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और संबंधित ठेकेदार कंपनी से जवाब तलब किया गया है।
यह घटना न केवल एक खेदजनक हादसा है, बल्कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों के पालन की महत्ता को भी रेखांकित करती है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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