BSF Women’s Expedition to Conquer Mount Mukut: A Journey of Empowerment and Patriotism | डोईवाला से माउंट मुकुट को फतह करने निकला BSF का महिला पर्वतारोही दल, 23 हजार फीट की ऊंचाई पर फहराएंगी तिरंगा

BSF Women's Expedition to Conquer Mount Mukut: A Journey of Empowerment and Patriotism

BSF Women’s Expedition to Conquer Mount Mukut: A Journey of Empowerment and Patriotism

डोईवाला से माउंट मुकुट को फतह करने निकला BSF का महिला पर्वतारोही दल, 23 हजार फीट की ऊंचाई पर फहराएंगी तिरंगा

डोईवाला: देश की सीमाओं की रक्षा करने वाली बीएसएफ (Border Security Force) ने इस बार एक नई ऊंचाई को छूने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बीएसएफ का एक महिला पर्वतारोही दल उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित माउंट मुकुट की चोटी को फतह करने के लिए निकल पड़ा है। इस साहसी दल का लक्ष्य 23 हजार 392 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराना है, और इसके साथ ही वहां फैले कूड़े को इकट्ठा करके नीचे लाना है।

महिला सशक्तिकरण का प्रतीक:

बीएसएफ का यह दल डोईवाला स्थित एडवेंचर एवं एडवांस प्रशिक्षण संस्थान से हरी झंडी लेकर रवाना हुआ। इस अभियान की शुरुआत बीएसएफ के कमांडेंट महेश कुमार नेगी ने की। इस दल का नेतृत्व महिला प्रहरी सरस्वती लांबा कर रही हैं, और उनके साथ 11 और महिला प्रहरी इस चुनौतीपूर्ण अभियान का हिस्सा हैं।

पद्मश्री लवराज सिंह का मार्गदर्शन:

इस दल के साथ पद्मश्री विजेता और सात बार एवरेस्ट फतह करने वाले लवराज सिंह तकनीकी सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं। उन्होंने इस अभियान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह केवल पर्वतारोहण नहीं है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण और साहसिक खेलों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने का एक संदेश है। इसके साथ ही स्वच्छ भारत, स्वच्छ हिमालय अभियान के तहत, यह दल ऊंचाई पर स्थित शिविरों से कचरा इकट्ठा करके स्वच्छता का संदेश भी फैलाएगा।

चुनौतियों से भरा सफर:

माउंट मुकुट की चोटी को फतह करने के लिए इस दल को करीब डेढ़ महीने का समय लगेगा। इस अभियान की शुरुआत लगभग 13,780 फीट की ऊंचाई से होगी, और आखिरी पड़ाव 23,392 फीट की ऊंचाई पर स्थित सर्वोच्च शिखर पर समाप्त होगी। यह सफर चुनौतियों से भरा होगा, लेकिन इन जाबांज महिलाओं के हौसले किसी भी चुनौती से कम नहीं हैं।

स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई अभियान:

कमांडेंट महेश कुमार नेगी ने बताया कि इस अभियान के दौरान, बीएसएफ का यह दल 19,000 फीट से लेकर 23,392 फीट की ऊंचाई वाले शिविरों में कचरा एकत्र करेगा। यह कचरा बाद में सड़क तक लाया जाएगा, जिससे यह स्पष्ट हो कि ये महिलाएं न केवल ऊंचाईयों को छूने निकली हैं, बल्कि अपने पीछे एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण छोड़ने का संकल्प भी ले रही हैं।

संकल्प और प्रेरणा:

बीएसएफ का यह महिला दल अपने साहस, दृढ़ संकल्प और सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में न केवल पर्वतारोही अभियानों में एक नई मिसाल कायम कर रहा है, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रहा है। जब यह दल माउंट मुकुट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराएगा, तो वह केवल एक झंडा नहीं, बल्कि महिलाओं की अपार क्षमता और उनके असीम साहस का प्रतीक होगा।

जय हिंद!

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जवान टाइम्स

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