Bengal’s Daughters: A New Wave on the Football Field
कोलकाता, जवान टाइम्स: आगामी सीनियर राष्ट्रीय महिला फुटबॉल चैम्पियनशिप के लिए बंगाल की टीम की घोषणा के साथ, खेल के प्रति जुनून और उत्साह की एक नई लहर देखने को मिल रही है। एक मई से शुरू होने वाली इस प्रतियोगिता में, बंगाल की लड़कियां अपने घरेलू मैदान पर, दीपांकर बिस्वास की देखरेख में, अपने खेल का जौहर दिखाने को तैयार हैं।
टीम की ताकत: इस 22 सदस्यीय टीम में, मिडफील्डर संगीता बासफोर का नाम सबसे ऊपर है, जिनकी राष्ट्रीय टीम में नियमित उपस्थिति उन्हें एक विश्वसनीय खिलाड़ी बनाती है। मौसमी मुर्मू और सुलंजना राउल की फॉरवर्ड जोड़ी ने भी पिछले दो वर्षों में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।
गोलकीपर से लेकर फॉरवर्ड तक: गोलकीपर मंजू, गुरुबारी मांडी, और नंदिता मंडल के साथ-साथ रक्षा पंक्ति की सुष्मिता लेप्चा, अनिता ओराँव, और सरस्वती मुर्मू जैसी खिलाड़ियों की मजबूती, टीम को एक अभेद्य दुर्ग की तरह बनाती है। मिडफील्ड और फॉरवर्ड लाइन में भी अनुभव और युवा जोश का बेहतरीन मिश्रण है।
तैयारी का दौर: बंगाली टीम ने न्यूटाउन में अपने आवासीय शिविर में कठिन परिश्रम किया है और साल्ट लेक में अपने अभ्यास सत्रों के दौरान तकनीकी और रणनीतिक पहलुओं पर ध्यान दिया है। महामेदान युवा टीम के खिलाफ दो अभ्यास मैचों में उन्होंने अपनी तैयारी की झलक भी प्रस्तुत की।
ग्रुप ए की चुनौती: बंगाल ग्रुप ए में तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब, रेलवे, और चंडीगढ़ के साथ मुकाबला करेगी। अपने अधिकांश मैच किशोर भारती स्टेडियम में खेलने का फायदा उठाते हुए, बंगाल की टीम अपने प्रशंसकों के समर्थन के साथ इस चैम्पियनशिप में अपनी छाप छोड़ने का प्रयास करेगी।
इस चैम्पियनशिप में बंगाल की टीम की जीत की उम्मीदें उनके अदम्य साहस और अभ्यास की गहनता पर टिकी हुई हैं। खेल के प्रति उनका समर्पण और जीत की भूख उन्हें इस चैम्पियनशिप में एक मजबूत दावेदार बनाती है। आइए, हम सभी उनके लिए शुभकामनाएं भेजें और उनकी जीत की राह में साथ दें।
जय हो बंगाल की बेटियों की!